
मॉक ड्रिल (mock Drill): आपदा प्रबंधन का एक महत्वपूर्ण अभ्यास
आज के समय में जब प्राकृतिक आपदाएँ, दुर्घटनाएँ और अन्य आपातकालीन परिस्थितियाँ लगातार बढ़ रही हैं, तब सुरक्षा को लेकर सतर्क रहना बेहद ज़रूरी हो गया है। इसी सतर्कता को बनाए रखने के लिए मॉक ड्रिल का आयोजन किया जाता है। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि mock drill meaning क्या है, what is mock drill, और इसका उपयोग किस प्रकार से किया जाता है।
मॉक ड्रिल क्या है? (What is Mock Drill in Hindi)
Mock drill एक प्रकार का पूर्वाभ्यास होता है, जिसे किसी भी आपदा या आपातकालीन स्थिति में लोगों को सही तरीके से प्रतिक्रिया देने के लिए प्रशिक्षित करने के उद्देश्य से किया जाता है। यह एक योजनाबद्ध अभ्यास होता है जिसमें वास्तविक आपदा जैसी स्थिति उत्पन्न की जाती है, ताकि उसमें शामिल सभी लोग जान सकें कि उन्हें उस परिस्थिति में क्या करना है।
Mock drill meaning को यदि सरल शब्दों में समझा जाए, तो यह एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें लोगों को किसी भी संकट से निपटने की तैयारी कराई जाती है। इसका प्रमुख उद्देश्य यह होता है कि कोई भी आपदा आने से पहले ही सभी संबंधित व्यक्तियों को उसके प्रति जागरूक और तैयार किया जा सके।
मॉक ड्रिल के प्रकार
Mock drill कई प्रकार की हो सकती है, जिनमें से प्रमुख निम्नलिखित हैं:
अग्नि मॉक ड्रिल (Fire Mock Drill)
आग लगने की स्थिति में कैसे प्रतिक्रिया दी जाए, इसका अभ्यास कराया जाता है।भूकंप मॉक ड्रिल (Earthquake Mock Drill)
भूकंप आने की स्थिति में सुरक्षा उपायों की जानकारी दी जाती है।बम धमाके की मॉक ड्रिल (Bomb Threat Mock Drill)
किसी विस्फोट या धमाके की स्थिति में लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने का अभ्यास कराया जाता है।स्वास्थ्य मॉक ड्रिल (Health Emergency Mock Drill)
किसी महामारी या स्वास्थ्य संकट में कैसे कार्य करना है, इसका अभ्यास होता है।
मॉक ड्रिल का उद्देश्य
What is mock drill का उत्तर यदि उद्देश्य के रूप में दिया जाए, तो यह मुख्य रूप से निम्नलिखित बिंदुओं में स्पष्ट होता है:
कर्मचारियों या नागरिकों को किसी भी आपदा की स्थिति में सुरक्षित रहने के तरीके सिखाना।
आपातकालीन समय में संसाधनों का समुचित प्रयोग करना।
प्रतिक्रिया देने की गति और सटीकता में सुधार करना।
योजनाओं और तैयारियों का मूल्यांकन करना।
मॉक ड्रिल के लाभ
Mock drill meaning का सही उपयोग तभी होता है जब उसके लाभों को समझा जाए। इसके प्रमुख लाभ इस प्रकार हैं:
आपातकालीन स्थिति में घबराहट से बचाव होता है।
कर्मचारियों को प्रशिक्षित करने का बेहतर माध्यम है।
जोखिम और कमजोरियों की पहचान होती है।
समय पर प्रतिक्रिया देने की क्षमता विकसित होती है।
सुरक्षा उपायों की प्रभावशीलता का मूल्यांकन होता है।
भारत में कब और कहां-कहां होगी मॉक ड्रिल (Mock Drill in India)
भारत सरकार द्वारा 7 मई 2025 को ‘ऑपरेशन अभ्यास’ के तहत देशभर के 244 जिलों में मॉक ड्रिल आयोजित की जा रही है। इसका उद्देश्य नागरिकों को आपातकालीन स्थितियों, जैसे हवाई हमले, ब्लैकआउट, और निकासी प्रक्रियाओं के लिए तैयार करना है। इस अभ्यास में नागरिक सुरक्षा बल, पुलिस, अग्निशमन विभाग, और अन्य आपातकालीन सेवाएं शामिल हैं।
श्रेणी I – कम प्राथमिकता वाले स्थान
अंडमान और निकोबार द्वीप समूह
पोर्ट ब्लेयर
आंध्र प्रदेश
विशाखापत्तनम
अरुणाचल प्रदेश
आलो (पश्चिम सियांग), ईटानगर, तवांग
असम
हयुलिंग, बोंगाईगांव, डिब्रूगढ़, धुबरी, गोलपारा, जोरहाट, सिबसागर, तिनसुकिया, तेजपुर, डिगबोई, दुलियाजान, गुवाहाटी (दिसपुर), रंगिया, नामरूप, नाज़िरा, उत्तरी लखीमपुर, नुमालीगढ़
बिहार
बरौनी, कटिहार, पटना, पूर्णिया, बेगुसराय
चंडीगढ़
छत्तीसगढ
दुर्ग (भिलाई)
दादरा एवं नगर हवेली
सिल्वासा
दमन और दीव
दमन
दिल्ली
दिल्ली (नई दिल्ली और छावनी सहित)
गोवा
उत्तरी गोवा (पणजी), दक्षिणी गोवा (मोरमुगाओ, वास्को, डाबोलिम)
गुजरात
अहमदाबाद, सूरत, वडोदरा, काकरापार, जामनगर, गांधीनगर, भावनगर, कांडला, नलिया, अंकलेश्वर, ओखा, वाडिनार
हरयाणा
अम्बाला, फ़रीदाबाद, गुड़गांव, हिसार, पंचकुला, पानीपत, रोहतक, सिरसा, सोनीपत, यमुनानगर
हिमाचल प्रदेश
शिमला
जम्मू एवं कश्मीर (लद्दाख सहित)
अनंतनाग, पुलवामा, बडगाम, बारामूला, डोडा, जम्मू, कारगिल, कठुआ, कुपवाड़ा, लेह, पुंछ, राजौरी, श्रीनगर, उधमपुर, सांबा, अखनूर, उरी, नौशेरा, सुंदरबनी, अवंतीपुर
झारखंड
बोकारो, गोमियो, जमशेदपुर, रांची
कर्नाटक
बेंगलुरु (शहरी), मल्लेश्वरम, रायचूर
केरल
कोच्चि, तिरुवनंतपुरम
लक्षद्वीप
कावारत्ती
मध्य प्रदेश
भोपाल, ग्वालियर, इंदौर, जबलपुर, कटनी
महाराष्ट्र
मुंबई, उरण, तारापुर, ठाणे, पुणे, नासिक, रोहन-धाताओ-नागोठाणे, मोनमाड, सिनर, थाल-वैशोट, पिंपरी-चिंचवड़
मणिपुर
इंफाल, चुराचांदपुर, उखरुल, मोरेह, निंगथौखोंग
मेघालय
शिलांग (पूर्वी खासी हिल्स), जवाई (जयंतिया हिल्स), तुरा (पश्चिम गारो हिल्स)
मिजोरम
आइजोल
नगालैंड
दीमापुर, कोहिमा, मोकोकचुंग, मोन, फेक, तुएनसांग, वोखा, जुन्हेबोटो, किफिरे, पेरेन
ओडिशा
तालचेर, हीराकुंड, पारादीप, राउरकेला, बालासोर, कोरापुट, भुवनेश्वर, गोपालपुर
पुदुचेरी
पुदुचेरी
पंजाब
अमृतसर, भटिंडा, फिरोजपुर, गुरदासपुर, रोपड़, संगरूर, होशियारपुर, जालंधर, लुधियाना, पटियाला, पठानकोट, आदमपुर, बरनाला, भाखड़ा-नांगल, हलवारा, कोटकपुरा, बटाला, मोहाली (एसएएस नगर), अबोहर, फरीदपुर
राजस्थान
अजमेर, अलवर, बाड़मेर, भरतपुर, बीकानेर, बूंदी, गंगानगर, फुलेरा (जयपुर), नागौर (मेड़ता रोड), जालौर, ब्यावर, हनुमानगढ़, जयपुर, लालगढ़, जैसलमेर, सवाई माधोपुर, जोधपुर, उदयपुर, सीकर, नाल, सूरतगढ़, आबू रोड, नसीराबाद, भिवरी, पाली, भीलवाड़ा, कोटा, रावतभाटा
सिक्किम
गंगटोक
तमिलनाडु
चेन्नई, कलपक्कम
तेलंगाना
हैदराबाद
त्रिपुरा
अगरतला
उतार प्रदेश।
बुलन्दशहर (नरौरा), आगरा, इलाहाबाद, बरेली, गाजियाबाद, गोरखपुर, झाँसी, कानपुर, लखनऊ, मथुरा, मेरठ, मोरादाबाद, सहारनपुर, वाराणसी, बख्शी-का-तालाब, मुगलसराय, सरसावा, बागपत, मुजफ्फरनगर
उत्तराखंड
देहरादून
पश्चिम बंगाल
कूच बिहार, दार्जिलिंग, जलपाईगुड़ी, मालदा, सिलीगुड़ी, ग्रेटर कोलकाता, दुर्गापुर, हल्दिया, हाशिमारा, खड़गपुर, बर्नपुर-आसनसोल, फरक्का-खेजुरियाघाट, चित्तरंजन, बालुरघाट, अलीपुरद्वार, रायगंज, इस्लामपुर, दिनहाटा, मखिलीगंज, माथाभांगा, कलिम्पोंग, जलढाका, कुर्सियांग, कोलाघाट, बर्धमान, बीरभूम, पूर्व और पश्चिम मेदिनीपुर, हावड़ा, हुगली, मुर्शिदाबाद
श्रेणी II – मध्यम प्राथमिकता वाले स्थान
असम
दरांग, गोलाघाट, कार्बी आंगलोंग, कोकराझार
गुजरात
भरूच, डांग, कच्छ, मेहसाणा, नर्मदा, नवसारी
हरयाणा
झज्जर
झारखंड
गोड्डा, साहेबगंज
महाराष्ट्र
औरंगाबाद, भुसावल, रायगढ़, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग
ओडिशा
भद्रक, ढेंकनाल, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा
श्रेणी III – कम प्राथमिकता वाले स्थान
अरुणाचल प्रदेश
बोमडिला
मॉक ड्रिल का समय
अधिकांश स्थानों पर मॉक ड्रिल दोपहर 4 बजे शुरू होगी। हालांकि, कुछ क्षेत्रों में समय में परिवर्तन हो सकता है, जैसे कि बरेली में शाम 8 बजे ब्लैकआउट अभ्यास।
मॉक ड्रिल के दौरान क्या अपेक्षित है?
हवाई हमले की चेतावनी के लिए सायरन बजना।
ब्लैकआउट अभ्यास, जिसमें बिजली बंद की जाएगी।
नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने के लिए निकासी अभ्यास।
आपातकालीन सेवाओं की तैनाती, जैसे कि पुलिस, अग्निशमन, और चिकित्सा दल।
सार्वजनिक स्थानों पर अस्थायी यातायात परिवर्तनों की संभावना।
नागरिकों के लिए सुझाव
सायरन सुनते ही शांत रहें और अधिकारियों के निर्देशों का पालन करें।
बिजली उपकरणों को बंद कर दें और गैस आपूर्ति को रोक दें।
बच्चों और पालतू जानवरों की सुरक्षा सुनिश्चित करें।
सरकारी घोषणाओं और समाचारों के लिए रेडियो या टेलीविजन का उपयोग करें।
Mock Drill किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने का एक प्रभावशाली और व्यावहारिक तरीका है। यह लोगों को मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक रूप से तैयार करता है। Mock drill meaning को समझकर यदि समय-समय पर इसका अभ्यास किया जाए, तो किसी भी प्रकार की आपदा में जनधन की हानि को कम किया जा सकता है।
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